News Agency : भाजपा छोड़ चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले विभिन्न मंचों से केंद्र की भाजपा सरकार विशेष कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाते रहे। हालांकि एन चुनाव की घोषणा होने और हजारीबाग सीट से उनके पुत्र जयंत सिन्हा को पुन: उम्मीदवार बनाए जाने के बाद रहस्यमय तरीके से खामोशी अख्तियार कर ली।
इस अपील के पीछे प्रज्ञा ठाकुर के विवादित बयान काे भाजपा और विशेषकर प्रधानमंत्री द्वारा बहुत हल्के से लिया जाना बताया गया है। श्री सिन्हा के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लगातार लोगों की तीखी प्रतिक्रिया आ रही है, जिसमें यह भी सवाल किया जा रहा है कि आपने पांचवें चरण के मतदान में किसे वोट किया और तब आपने भाजपा को वोट नहीं करने की अपील क्यों नहीं की।
हालांकि हजारीबाग में चुनाव के दौरान पर्दे के पीछे उनकी सक्रियता और भूमिका की चर्चा सर्वत्र होती रही। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर खूब बातें हुई लेकिन श्री सिन्हा ने मौन नही तोड़ा। इधर पांचवें चरण के मतदान के बाद ट्वीटर के माध्यम से एक बार फिर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसी क्रम में सातवें व अंतिम चरण का मतदान शुरू होने से एक दिन पहले eighteen मई को ट्वीट कर मतदाताओं से बीजेपी को वोट नहीं करने की अपील कर डाली।